• जीके हिंदी में
  • अर्थशास्त्र
  • पुरस्कार और सम्मान
  • महत्वपूर्ण दिवस
  • सरकारी योजनाएं
  • आज का इतिहास
  • करेंट अफेयर्स
  • प्रसिद्ध आकर्षण
  • देशों की जानकारी
  • इतिहास वर्षवार
  • अंग्रेजी शब्दावली
  • एसएससी प्रश्नोत्तरी
  • मौखिक तर्क प्रश्नोत्तरी
  • गैर-मौखिक तर्क प्रश्नोत्तरी
  • प्रसिद्ध व्यक्तियों के जन्मदिन
  • सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
  • Privacy Policy

दिवाली का इतिहास, अर्थ, महत्व एवं महत्वपूर्ण जानकारी

दिवाली संक्षिप्त तथ्य.

दिवाली (Diwali)
12 नवंबर 2023
धार्मिक
वैश्विक
हिंदू

दिवाली का इतिहास

दिवाली, जिसे दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, सबसे महत्वपूर्ण और व्यापक रूप से मनाए जाने वाले हिंदू त्योहारों में से एक है। यह पांच दिवसीय त्योहार है जो आमतौर पर अक्टूबर और नवंबर के बीच आता है, जो अंधेरे पर प्रकाश की जीत और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

दिवाली का इतिहास प्राचीन हिंदू पौराणिक कथाओं में निहित है और इसके साथ कई महत्वपूर्ण किंवदंतियां जुड़ी हुई हैं। सबसे प्रमुख और व्यापक रूप से मनाई जाने वाली कहानियों में से एक भगवान राम के वनवास और राक्षस राजा रावण पर विजय के बाद अयोध्या लौटने की है। महाकाव्य रामायण के अनुसार, भगवान राम, उनकी पत्नी सीता और उनके भाई लक्ष्मण ने जंगलों में 14 साल का वनवास बिताया था। अपना वनवास पूरा करने के बाद, वे कार्तिक मास की अमावस्या के दिन अयोध्या लौट आए। अपने प्यारे राजकुमार का स्वागत और सम्मान करने के लिए, अयोध्या के लोगों ने पूरे शहर को तेल के दीयों से रोशन किया और अपार खुशी और खुशी के साथ मनाया। दीपक जलाने की यह परंपरा अंधकार पर प्रकाश की और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

दिवाली से संबंधित कहानी

दीवाली कई कहानियों और किंवदंतियों से जुड़ी हुई है जिनका गहरा सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है|

रामायण: महाकाव्य रामायण भगवान राम, उनकी पत्नी सीता और उनके भक्त हनुमान की कहानी कहता है। रामायण की प्रमुख घटनाओं में से एक भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या वापसी है। उनकी वापसी का जश्न मनाने और राक्षस राजा रावण पर भगवान राम की जीत का सम्मान करने के लिए, अयोध्या के लोगों ने दीये (तेल के दीपक) जलाए और पूरे शहर को सजाया। भगवान राम की घर वापसी के उपलक्ष्य में दीवाली के दौरान इस परंपरा का अभी भी पालन किया जाता है।

कभगवान कृष्ण और नरकासुर की कथा: इस कथा के अनुसार, राक्षस राजा नरकासुर दुनिया के लिए खतरा बन गया था। भगवान कृष्ण ने अपनी पत्नी सत्यभामा के साथ, नरकासुर के खिलाफ एक भयंकर युद्ध लड़ा और अंततः उसे हरा दिया, जिससे लोगों को उसके अत्याचार से मुक्ति मिली। नरकासुर की हार का दिन नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली के रूप में मनाया जाता है, जो दिवाली के मुख्य दिन से पहले होता है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत और धार्मिकता के महत्व का प्रतीक है।

राजा बलि की कहानी राजा बलि एक उदार और सदाचारी शासक थे, लेकिन उनकी महत्वाकांक्षाओं ने देवताओं को डरा दिया। भगवान विष्णु ने एक बौने ब्राह्मण वामन का रूप धारण किया और वरदान के लिए राजा बलि के पास पहुंचे। बलि ने वामन के अनुरोध को स्वीकार कर लिया, जो बाद में एक विशाल के रूप में विकसित हुए और पूरे ब्रह्मांड को केवल तीन चरणों में कवर किया। बदले में, भगवान विष्णु ने राजा बलि को वर्ष में एक बार अपने राज्य का भ्रमण करने का वरदान दिया। इस यात्रा को ओणम के रूप में केरल राज्य में दीवाली के त्योहार के रूप में मनाया जाता है।

देवी लक्ष्मी की कहानी: प धन और समृद्धि की देवी, देवी लक्ष्मी, दिवाली समारोह में एक केंद्रीय भूमिका निभाती हैं। ऐसा माना जाता है कि दिवाली की रात देवी लक्ष्मी घरों में आती हैं और उन्हें धन और प्रचुरता का आशीर्वाद देती हैं। लोग अपने घरों की सफाई करते हैं, दीपक जलाते हैं और उनका आशीर्वाद लेने के लिए प्रार्थना करते हैं। कहानी समृद्धि और कल्याण के लिए देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद लेने के महत्व पर जोर देती है।

दिवाली का महत्व

यह त्योहार धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण होता है। इसे प्रकाश के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है, जो अंधकार और अज्ञानता को हराकर प्रकाश और ज्ञान की जीत को दर्शाता है।

धार्मिक महत्व: दिवाली का प्रमुख धार्मिक महत्व है देवी लक्ष्मी की पूजा का। लक्ष्मी धन, समृद्धि और धर्म की प्रतीक हैं। लोग इस दिन उनकी कृपा, आशीर्वाद और धन के लिए प्रार्थना करते हैं। दीपावली के दिन घर को दीपों की रौशनी से ज्योतिमय बनाने का उद्देश्य लक्ष्मी माता के आगमन का अभिप्रेत करना होता है।

सांस्कृतिक महत्व: दिवाली में भारतीय संस्कृति और परंपराओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस अवसर पर लोग अपने घरों को सजाकर रंगों और दीपों से सजाते हैं। रंगोली और दीपों की रौशनी से न केवल घर की सुंदरता में वृद्धि होती है, बल्कि इससे संगठन और सामूहिक एकता की भावना भी प्रकट होती है। इस त्योहार में परिवारों और मित्रों के साथ समय बिताना, स्नेह और प्रेम को बढ़ाने का एक अच्छा मौका होता है। यह भारतीय समाज में एकता, बंधुत्व और सद्भाव की भावना को स्थापित करता है।

सामाजिक महत्व: दिवाली एक सामाजिक त्योहार है जो लोगों को एक-दूसरे के साथ जोड़ता है और उन्हें खुशियों के साथ एकत्र करता है। लोग मिठाई और उपहार बांटते हैं, एक दूसरे के साथ मिलकर खाने-पीने का आनंद लेते हैं, और सामूहिक रूप से प्रदर्शन और मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इसे एक खुशहाल और उत्साहभरा माहौल के रूप में मनाने का एक अवसर माना जाता है, जिससे सामाजिक बंधन मजबूत होते हैं और समुदाय में खुशहाली की भावना प्रबल होती है।

दिवाली कैसे मनाते हैं

दीपावली को बहुत ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसे पांच दिनों तक मनाने का अद्वितीय तरीका है, जिसमें हर दिन का अपना महत्वपूर्ण रूप होता है।

धनतेरस: दीपावली का उत्सव धनतेरस के साथ शुरू होता है। इस दिन लोग अपने घरों की सजावट करते हैं और धन और समृद्धि की प्राप्ति के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। धनतेरस के दिन लोग नए वस्त्रों को पहनते हैं और खरीदारी करते हैं।

छोटी दीवाली (नरक चतुर्दशी): छोटी दीवाली नरक चतुर्दशी के रूप में जानी जाती है, जब भगवान कृष्ण ने दानवराज नरकासुर का वध किया था। इस दिन लोग दीपों की पूजा करते हैं और अंधकार और अज्ञानता को दूर करते हैं। आमतौर पर रंगोली बनाई जाती है और घर की सजावट की जाती है।

दीपावली: दीपावली का मुख्य दिन होता है, जिसे अमावस्या के दिन मनाया जाता है। इस दिन घर के बाहर और अंदर दीपकों की रौशनी से जगमगाता है। लोग घर को सजाते हैं, दिवाली के लिए खास मिठाई और पकवान बनाते हैं और अपने परिवार और दोस्तों के साथ खुशियां मनाते हैं। आमतौर पर पटाखे जलाए जाते हैं और अन्य मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

गोवर्धन पूजा: दीपावली के चौथे दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। इस दिन गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है, जो भगवान कृष्ण ने बचाया था। लोग अन्न, फल और प्रसाद की पूजा करते हैं और गोवर्धन पर्वत के चारों ओर प्रदर्शन करते हैं।

भैया दूज: दीपावली के अंतिम दिन भैया दूज मनाया जाता है, जिसे भाई-बहन का त्योहार कहा जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की लंगोट पूजा करती है और उन्हें वरदान देती है। यह त्योहार भाई-बहन के प्यार और सम्मान को दर्शाता है।

दिवाली की परंपराएं और रीति-रिवाज

रीति-रिवाज दीपावली के त्योहार को सामूहिक रूप से मनाने के लिए प्रचलित हैं। हालांकि, यह विभिन्न क्षेत्रों और समाजों में थोड़ी भिन्नता भी रखते हैं, लेकिन सभी की भावना और उद्देश्य एक ही होते हैं - सुख, समृद्धि और सद्भाव की कामना करना और प्रकाश के प्रतीक के रूप में जगमगाहट लाना।

घर की सजावट: दीपावली के पहले ही दिन से लोग अपने घरों की सजावट करने की शुरुआत करते हैं। घर को सजाने के लिए रंगोली बनाई जाती है, दीपक जलाए जाते हैं और घर के आंगन में तोरण लगाया जाता है।

पटाखों का जलाना: दीपावली के रंगमंच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा पटाखों का जलाना है। लोग अलग-अलग प्रकार के पटाखे जलाते हैं और आसमान में रंगीन आभास और आनंद का माहौल बनाते हैं।

उपहार और मिठाई बांटना: दीपावली का त्योहार उपहारों और मिठाइयों को बांटने का भी एक आदत है। लोग अपने परिवार, दोस्तों और पड़ोसियों को उपहार देते हैं और साथ ही मिठाईयाँ खिलाते हैं। इससे एक दूसरे के साथ प्यार और समर्पण का भाव बना रहता है।

समाजिक मेल-जोल: दीपावली के अवसर पर लोग समाजिक मेल-जोल का आनंद लेते हैं। परिवारों, दोस्तों और पड़ोसियों के बीच मिलने-मिलाने का अवसर बनता है और एक-दूसरे के साथ खुशी, मिठास और प्यार बांटते हैं।

महत्वपूर्ण त्योहारों की सूची:

तिथि त्योहार का नाम
25 मार्च 2024
14-15 जनवरी 2024
14 फरवरी 2024
8 मार्च 2024
15 नवंबर 2023
28 जून 2023
17 नवंबर 2023 - 20 नवंबर 2023
23 मई 2024
7 सितंबर 2023
19 सितंबर 2023
12 नवंबर 2023
27 नवंबर 2023
11 सितंबर 2023 - 18 सितंबर 2023
10 – 11 अप्रैल 2024

दिवाली प्रश्नोत्तर (FAQs):

दिवाली कब है?

इस वर्ष दिवाली का त्यौहार 12 नवंबर 2023 को है।

दिवाली किस प्रकार का त्यौहार है?

दिवाली एक धार्मिक त्यौहार है, जिसे प्रत्येक वर्ष बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

दिवाली का त्यौहार किस धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाता है।

दिवाली का त्यौहार प्रत्येक वर्ष हिंदू धर्म / समुदाय के लोगों द्वारा मनाया जाता है।

दिवाली का त्यौहार कहाँ-कहाँ मनाया जाता है?

दिवाली एक वैश्विक स्तर का त्यौहार है, जिसे मुख्यतः हिंदू धर्म / समुदाय के लोगों द्वारा धूम धाम से मनाया जाता है।

HiHindi.Com

HiHindi Evolution of media

दिवाली का महत्व क्यों मनाते हैं Importance Of Diwali Festival In Hindi

दिवाली का महत्व क्यों मनाते हैं Importance Of Diwali Festival In Hindi : दीपावली हिन्दुओं का महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक हैं जिन्हें रोशनी का पर्व अथवा दीपौत्सव के नाम से भी जाना जाता हैं.

यह कार्तिक अमावस्या का दिन होता है जो अंग्रेजी कलैंडर के अनुसार अक्टूबर या नवम्बर माह में पड़ता हैं. यदि आप नही जानते कि 2023 में दिवाली कब है तो आपको बता दे इस साल 10 नवम्बर को धनतेरस एवं इसके दो दिन बाद दीपावली का उत्सव मनाया जाता हैं.

घर घर में खुशियों के दीपक इस पर्व पर जलाकर अन्धकार पर प्रकाश एवं असत्य पर सत्य की विजय का संदेश दिया जाता हैं.

यदि आप दिवाली का महत्व नही जानते तो यहाँ आपकों Diwali Importance Essay In Hindi में दीपावली के इतिहास, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक एवं वैज्ञानिक महत्व के बारे में बता रहे हैं.

दिवाली का महत्व क्यों मनाते हैं Importance Of Diwali Festival In Hindi

वैसे तो दिवाली को हिन्दुओं का पर्व ही माना जाता है मगर भारत में इसे लगभग सभी धर्म एवं सम्प्रदायों के लोग मनाते आ रहे हैं,

2 शब्दों से मिलकर बने दीपावली शब्द का अर्थ होता है दीपो की पंक्ति अथवा कतार क्योंकि इस दिन बड़ी संख्या में घी के दिये जलाकर घर की चौखट या मुख्य द्वार पर एक लाइन में सजाया जाता हैं. धन सुख सम्पति एवं एश्वर्य की प्रदाता माँ लक्ष्मी का यह पर्व माना जाता हैं.

समय के बदलाव के साथ साथ दिवाली को मनाने के तरीके में भी पर्याप्त बदलाब आ गया हैं. पहले इसे मनाने के लिए लोग घरों को दीयों की रोशनी से सजाते थे.

मगर अब समय में काफी बदलाव आ गया हैं. लोग अपने घरों को दीपकों के स्थान पर मोमबत्तियों और विद्युत् बल्बों से सजाते हैं. हालाँकि गाँवों में आज भी मिट्टी के बने दियों के साथ इस परम्परा को जीवित बनाए रखा हैं.

दिवाली मनाने का कारण (History about diwali in hindi)

इस त्यौहार को मनाने के पीछे भगवान राम से जुडी हुई एक कथा है जिनके अनुसार उनके पिता दशरथ द्वारा जब इन्हें 14 वर्ष का वनवास मिला था तो वे इसी दिन अपने वनवास की अवधि पूर्ण कर, रावण का अंत कर सीता व लक्ष्मण सहित अयोध्या लौटे थे.

अयोध्या की जनता ने प्रभु श्रीराम का घी के दिए जलाकर स्वागत किया. इस तरह से अमावस्या की अंधकार भरी रात्री में चारो ओर दीपकों की रोशनी से सारी अयोध्या नगरी जगमगा उठी थी. तब से आज तक हम इस प्र्काशोउत्स्व को हर साल मनाते आ रहे हैं.

वही दीपावली का पहला दिन धनतेरस मनाने के पीछे की कथा के अनुसार इस दिन समुद्रमंथन से माँ लक्ष्मी का जन्म हुआ था, इसी कारण उनकी पूजा की जाती हैं.

साथ ही इस दिन आयुर्वेद के ज्ञाता भगवान धन्वन्तरी का जन्म भी इसी दिन हुआ था. इस कारन इन्हें के नाम पर इस पर्व को धन तेरस अथवा धन त्रयोदशी के रूप में मनाया जाता हैं.

दिवाली का सामजिक महत्व (Social Significance Of Diwali)

यह पर्व ऐसे समय में मनाया जाता है जब किसान अपनी खरीफ की फसल को प्राप्त कर चुके होते हैं. चार महीनों की मेहनत के बाद फसल कटाई के बाद उनके पास हर्ष और उल्लास का काफी समय रहता हैं.

जिन्हें वो इस तरह के त्योहारों के द्वारा पूर्ण करते हैं. लोग अपने घरो को साफ़ सुथरा बनाते है नयें नयें कपड़े खरीदते है.

धनतेरस के दिन बर्तन सोने चादी के आभूषण आदि की खरीद भी की जाती हैं. इस तरह से सभी जगहों पर हंसी ख़ुशी का साफ़ सुथरा माहौल दिवाली का त्योहार ला देता हैं.

दिवाली त्योहार का धार्मिक महत्व (Religious Significance Of Diwali Festival)

देशभर में मनाए जाने वाले इस पर्व को पश्चिम बंगाल में काली पूजा अथवा दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता हैं. इस दिन बड़े बड़े पंडालों एवं पूजा स्थलों में शक्ति की प्रतीक देवी दुर्गा की मूर्तियों की स्थापना कर पूजा अनुष्ठान के कार्य सम्पन्न किये जाते हैं.

माँ दुर्गा का पूजन करने के पीछे मान्यता यह है कि सर्वशक्तिमान देवी हमारे सम्पूर्ण दुखों का हरण करे तथा इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा इसलिए की जाती हैं ताकि वो धन दौलत प्रदान कर जीवन की दरिद्रता का नाश करे, जीवन को साधन सुखमय बनाएं.

दीपावली का आर्थिक महत्व (Economic significance of Deepawali)

सभी पर्व एवं उत्सवों के अपने सामाजिक धार्मिक एवं आर्थिक महत्व होते है दिवाली को मनाने का भी आर्थिक महत्व हैं.

कार्तिक अमावस्या की लक्ष्मी पूजा के बाद ही व्यापारी लोग अपने नये बही खाते की शुरुआत करते हैं. सेठ साहूकारों द्वारा इस दिन तक अपने वर्ष भर के उधारी हिसाब किताब को पूरा करने का यत्न किया जाता हैं.

धनतेरस से ही बाजार की सभी दुकाने पटाखे, मिठाइयों तथा कपड़ों से सज धज जाती हैं. दुकानदार तथा कम्पनियां ग्राहकों को आकर्षक ऑफर देती हैं.

इस तरह से सोने चांदी, वाहनों, कपड़े तथा मिठाई में साल भर की सबसे अधिक बाजार में तेजी दीवाली के उत्सव पर ही होती हैं.

दिवाली का वैज्ञानिक महत्व (Scientific significance of diwali)

दिवाली का बड़ा धार्मिक महत्व हैं. यह वर्षा ऋतू की समाप्ति एवं सर्द ऋतु के आगमन के समय मनाया जाता हैं. इस समय तक वातावरण कीट पतंगो से भर जाता हैं. कई हानिकारण जीवाणु कीटाणु बरसात कीचड़ तथा घास फूस के कारण जन्म ले लेते हैं.

घरों के आस-पास घास व झाड़ियाँ उग जाती है जो मच्छरों को प्रश्रय देती हैं. इस तरह से इस पर्व पर सफाई करने से पूरा माहौल साफ़ सुथरा हो जाता है तथा बीमारियाँ फैलने की संभावना कम हो जाती हैं.

दीपक की रोशनी से भी सैकड़ो हानिकारण कीट पतंग मर जाते हैं इस तरह से दीपावली के समय एक बड़ा स्वच्छता अभियान अनायास ही चल पड़ता हैं. जो हमारे पर्यावरण को साफ़ सुथरा रखने में हमारी मदद भी करता हैं.

What Is Diwali In Hindi And Why We Celebrate दिवाली क्या है कब और क्यों मनाई जाती है

एक हिन्दू फेस्टिवल है.आपकों बता दे वर्ष 2023 में यह दीपोत्सव 12 नवम्बर को मनाया जाना हैं. सम्पूर्ण भारत में मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक दीपावली को रोशनी का पर्व अर्थात फेस्टिवल ऑफ लाइट्स के नाम से भी जाना जाता हैं.

नेपाल, भारत, श्रीलंका, म्यांमार, मारीशस, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, सूरीनाम, मलेशिया, सिंगापुर, फिजी, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया ये उन देशों के नाम है जहाँ दीपावली का राजकीय अवकाश रहता हैं.

अंधकार पर प्रकाश की, अन्याय पर न्याय की जीत के रूप में इसे मनाया जाता हैं. हमारे उपनिषद् में वर्णित संस्कृत श्लोक तमसो मा ज्योतिर्गमय की व्याख्या दिवाली का पर्व करता है जिसका तात्पर्य है अंधकार से उजाले की ओर.

यह पर्व हिन्दुओं के अतिरिक्त बौद्ध सिख एवं जैन धर्म के अनुयायी भी मनाते हैं. उनकी धार्मिक आस्था के अनुसार सिख धर्म के इतिहास में दिवाली के दिन ही स्वर्ण मंदिर की नीव रखी गई थी

और इसी दिन छठे सिक्ख गुरु हरगोविंद सिंह जी को जेल से रिहाई भी मिली थी. जैन धर्म के लोग इन्हें निर्वाण दिवस के रूप में मनाते है उनके चौबीसवें तीर्थकर महावीर स्वामी ने दीपावली के दिन ही निर्वाण प्राप्त किया था.

क्यों मनाते है दिवाली महत्व (Why We Celebrate Diwali In Hindi)

इस त्यौहार को मनाने के पीछे की कई कहानियां है मगर प्रमुखतया इसका मूल सम्बन्ध भगवान् श्रीराम की कथा से जुड़ा हुआ हैं. रामायण के अनुसार अयोध्या नगरी के राजा दशरथ हुआ करते थे,

उनके द्वारा एक समय अपनी रानी कैकेयी को दिए गये एक वरदान के अनुसार पिता दशरथ को अपने प्रिय राजकुमार श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास देना पड़ा.

राम जी के वन गमन के समय उनके साथ पत्नी सीता एवं भाई लक्ष्मण भी थे. वन वास की अवधि के दौरान ही लंका नरेश रावण द्वारा सीता का हरण हो जाता है तथा वह उनके लंका ले जाता है.

जब रामचन्द्र जी को इस घटना का पता लगता है तो वे सीता की खोज में सुग्रीव की वानर सेना के साथ लंका जाते है तथा अत्याचारी रावण से युद्ध कर उन्हें मारकर अयोध्या लौट आते हैं. कहा जाता है कि कार्तिक अमावस्या की रात्री को भगवान् राम अयोध्या पहुचे थे.

अमावस्या की अँधेरी रात्रि में 14 वर्ष बाद पहुचे अपने प्रिय राजा को देखने के लिए लोग ललायित थे. जब उनके पहुचने की खबर उनकों लगी तो सभी ने घी के दीपक जलाकर प्रभु श्रीराम का स्वागत किया.

चारों ओर दीयों की रोशनी के साथ जनमानस में खुशी का ठिकाना नही था. दिवाली मनाने की परम्परा की शुरुआत यही से हुई है तब से लेकर आज तक हम दीपोत्सव दिवाली को मनाते आ रहे हैं.

दिवाली कब है 2023 में

यदि हम बात करे दीपावली 2023 की तो आपकों बता दे आगामी 12 नवम्बर को दीपोत्सव है. हर वर्ष दिवाली का यह पर्व अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार अक्टूबर माह में पड़ता है. हिन्दू पंचाग के अनुसार यह कार्तिक महीने की अमावस्या (15 वी) तिथि को मनाया जाता हैं.

दीपावली को पांच दिवसीय पर्व के रूप में मनाया जाता है, जिसका पहला दिन धनतेरस कहलाता है जो कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है.

2023 में धनतेरस का यह उत्सव 10 नवम्बर को हैं. इसके अगले दिन को रूप चौदस के रूप में मनाते है जो कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को पड़ता है इस साल रूप चौदस 2023 की तिथि ११ नवम्बर हैं.

रूप चौदस का अगला दिन लक्ष्मी पूजन यानि दीपावली का होता है. 2023 में दिवाली का त्योहार 12 नवम्बर को है. दिवाली का अगला दिन गौवर्धन पूजा एवं अंतिम दिवस भाई दूज कहलाता है जो 14 नवम्बर के दिन हैं.

यह हिन्दुओं का सबसे बड़ा त्योहार है. इस अवसर पर विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों को साल की सबसे लम्बी छुट्टियाँ भी मिलती हैं. सभी लोग अपने परिवारजनों एवं मित्रों के साथ इसे बड़ी धूमधाम के साथ मनाते है.

लोग अपने घरों की सफाई करते है. सजी धजी बाजारों से गहनों बर्तनों आदि की खरीददारी की जाती है. बच्चें दिवाली के पटाखें एवं मिठाइयों का लुप्त उठाते है. शुभ मुहूर्त में माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती है.

दिवाली का ज्योतिष महत्व

हिंदू धर्म के अंदर आने वाले हर त्यौहार का ज्योतिष महत्व होता है। कहा जाता है कि अलग-अलग त्योहारों पर ग्रहों की दिशा और विशेष योग इंसानी समुदाय के लिए लाभदायक होते हैं।

हमारे हिंदू धर्म में दीपावली का दिन किसी भी अच्छे काम को शुरू करने के लिए या फिर किसी भी वस्तु की खरीदारी करने के लिए सही माना जाता है।

दीपावली के आसपास चंद्रमा और सूर्य तुला राशि में स्वाति नक्षत्र में मौजूद होते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा और सूर्य की यह स्थिति अच्छा फल देने वाली होती है।

तुला राशि एक संतुलित भाव रखने वाली राशि है। यह राशि न्याय का प्रतिनिधित्व करती है। तुला राशि के स्वामी शुक्र होते हैं, जो भाईचारे के कारक होते हैं। इसीलिए अगर तुला राशि में सूर्य और चंद्रमा एक साथ होते हैं तो यह शुभ संयोग माना जाता है।

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

दिवाली पर निबंध | Diwali Essay in Hindi : दीपावली का निबंध हिंदी में यहां से पढ़ें

diwali presentation in hindi

दिवाली हमारे भारत देश का सबसे बड़ा त्यौहार है। इसे हम दीपावली के नाम से भी जानते हैं। इस दिन हर तरफ ख़ुशी का माहौल होता है, लोग रंग-बिरंगी लाइटों से अपने-अपने घरों को सजाते हैं और बच्चे-युवा लोग मिलकर घरों के बाहर पटाखे छुड़ाते हैं। दिवाली सिर्फ देश का ही नहीं अपितु भारत के बाहर रहने वाले भारतीय और अन्य लोगों के लिए भी एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। वे लोग भी दिवाली को बहुत धूम-धाम से मानते हैं। दीपावली के मौके पर स्कूलों-कॉलेजों में अवकाश रहता है। स्कूलों-कॉलेजों में निबंध लेखन किया जाता है तो कहीं-कहीं प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। अतः बहुत से छात्र-छात्राएं इंटरनेट पर दिवाली पर निबंध हिंदी में खोजते हैं। हम अपने ऐसे ही पाठकों के लिए यह आर्टिकल लेकर आये हैं जहाँ आप दिवाली के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। जैसे कि दिवाली का त्यौहार कैसा होता है, दिवाली का महत्व क्या है, दीपावली क्यों मनाते है, दीपावली मनाने का कारण क्या है, दीपावली का अर्थ क्या है, दिवाली पर निबंध शार्ट में या 10 लाइन में आदि। स्कूलों के अलावा भी अन्य बहुत से क्षेत्रों के लोग भी दिवाली पर निबंध हिंदी में खोजते हैं अतः इसके बारे में और अधिक विस्तृत जानकारी के लिए यह अर्टिकल पूरा पढ़ें।

दिवाली पर निबंध | Diwali Essay in Hindi

दिवाली का त्यौहार हर किसी के लिए खुशियां लेकर आता है, फिर चाहे वो बड़ा हो या बच्चा। हर कोई इस त्यौहार को बड़ी ही धूम धाम से मनाता है। साथ ही स्कूलों, कॉलेजों, दफ्तरों आदि में भी दीवाली का त्यौहार बहुत ही उल्लास के साथ मनाया है। ये त्यौहार साल में एक बार आता है जो कि अक्टूबर या नवम्बर की माह में होता है। दीवाली आते ही लोग अपने घर की साफ-सफाई भी करते है। नए कपड़े पहनते है, मिठाई खाते हैं, दीप जलाते है, पटाखे जलाते हैं, लक्ष्मी-गणेश भगवान की पूजा करते हैं। दीवाली के त्यौहार के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप नीचे दिए गए निबंध पढ़ सकते हैं।

दीपावली का निबंध (400-500 Words)

दिवाली के इस विशेष त्योहार के लिए हिंदू धर्म के लोग बहुत उत्सुकता से इंतजार करते हैं। यह बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए हर किसी का सबसे महत्वपूर्ण और पसंदीदा त्यौहार है। दीवाली भारत का सबसे महत्वपूर्ण और मशहूर त्यौहार है। जो पूरे देश में साथ-साथ हर साल मनाया जाता है। रावण को पराजित करने के बाद, 14 साल के निर्वासन के लंबे समय के बाद भगवान राम अपने राज्य अयोध्या में लौटे थे। लोग आज भी इस दिन को बहुत उत्साहजनक तरीके से मनाते हैं। भगवान राम के लौटने वाले दिन, अयोध्या के लोगों ने अपने घरों और मार्गों को बड़े उत्साह के साथ अपने भगवान का स्वागत करने के लिए प्रकाशित किया था। यह एक पवित्र हिंदू त्यौहार है जो बुरेपन पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह सिखों द्वारा भी मुगल सम्राट जहांगीर द्वारा ग्वालियर जेल से अपने 6 वें गुरु, श्री हरगोबिंद जी की रिहाई मनाने के लिए मनाया जाता है।

इस दिन बाजारों को एक दुल्हन की तरह रोशनी से सजाया जाता है ताकि वह इससे एक अद्भुत त्यौहार दिख सके। इस दिन बाजार बड़ी भीड़ से भरा होता है, विशेष रूप से मीठाई की दुकानें। बच्चों को बाजार से नए कपड़े, पटाखे, मिठाई, उपहार, मोमबत्तियां और खिलौने मिलते हैं। लोग अपने घरों को साफ करते हैं और त्योहार के कुछ दिन पहले रोशनी से सजाते हैं। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार सूर्यास्त के बाद लोग देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं। वे अधिक आशीर्वाद, स्वास्थ्य, धन और उज्जवल भविष्य पाने के लिए भगवान और देवी से प्रार्थना करते हैं। वे दिवाली त्यौहार के सभी पांच दिनों में खाद्य पदार्थों और मिठाई के स्वादिष्ट व्यंजन बनाते हैं। लोग इस दिन पासा, कार्ड गेम और कई अन्य प्रकार के खेल खेलते हैं। वे अच्छी गतिविधियों के करीब आते हैं और बुरी आदतों को दूर करते हैं।

पहले दिन धनतेरस या धन्त्ररावदाशी के रूप में जाना जाता है जिसे देवी लक्ष्मी की पूजा करके मनाया जाता है। लोग देवी को खुश करने के लिए आरती, भक्ति गीत और मंत्र गाते हैं। दूसरे दिन नरका चतुर्दशी या छोटी दिवाली के रूप में जाना जाता है जिसे भगवान कृष्ण की पूजा करके मनाया जाता है क्योंकि उन्होंने राक्षस राजा नारकसुर को मार डाला था।  तीसरे दिन मुख्य दिवाली दिवस के रूप में जाना जाता है जिसे शाम को रिश्तेदारों, दोस्तों, पड़ोसियों और जलती हुई फायर क्रैकर्स के बीच मिठाई और उपहार वितरित करते हुए देवी लक्ष्मी की पूजा करके मनाया जाता है। चौथे दिन भगवान कृष्ण की पूजा करके गोवर्धन पूजा के रूप में जाना जाता है। लोग अपने दरवाजे पर पूजा करकेगोबर के गोवर्धन बनाते हैं। पांचवें दिन यम द्वितिया या भाई दौज के रूप में जाना जाता है जिसे भाइयों और बहनों द्वारा मनाया जाता है। बहनों ने अपने भाइयों को भाई दौज के त्यौहार का जश्न मनाने के लिए आमंत्रित करती हैं।

Essay on Diwali for Students in English

  • Diwali Essay in 100 Words
  • Diwali Essay in 200 Words
  • Diwali Essay in 500 Words

दिपावली का निबंध (200-300 Words) शॉर्ट निबंध

दिपावली का त्यौहार भारत में और अन्य कई देशों में बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है। दीपावली को दीप का त्यौहार भी कहा जाता है। दिवाली का त्यौहार भारत के प्रमुख त्यौहारों में से एक है। जिसे भारत में बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान श्री राम ने रावण को पराजित करके और अपना 14 साल का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे। श्री राम भगवान की आने की खुशी वहां के सभी लोगों ने दिये जलाए थे। तब से लेकर अब तक हर वर्ष इस दिन को दीवाली के त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। लोग आज भी इस दिन को उतने की खुशी से मनाते हैं। ये त्यौहार बच्चा, बूढें, बड़े हर कोई बहुत ही अच्छे से मनाता है। यहां तक कि स्कूल, कॉलेज और दफ्तरों में भी दीवाली को त्यौहार को बहुत धूम धाम से मनाया जाता है। इन दिन लोग एक दूसरे को दीवाली की बधाई देते हैं और बहुत से उपहार भी तोहफे के रूप में देते हैं।

दिवाली का त्यौहार हर साल अक्टूबर या नवम्बर माह में मनाया जाता है। दीवाली आने से कुछ दिन पहले ही लोग इस त्यौहार को मनाने की तैयारी में लग जाते हैं। दीवाली के दिन लोग अपनी दुकानें, अपना घर, स्कूल, दफ्तर आदि को दुल्हन की तरह सजाते हैं। सभी लोग नए कपड़े खरीदते हैं, इस दिन घर और दुकानों की भी अच्छे से सफाई की जाती है। दीवाली की रात पूरा भारत जगमगाता है। रंग बिरंगी लाइटें, दिए, मोमबत्ती आदि से पूरे भारत को सजाया जाता है। दीवाली की शाम भगवान लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। पूजा करने के बाद सभी लोग अपने पड़ोसियों और अपने रिश्तेदारों को प्रसाद, मिठाई, गिफ्ट आदि देते हैं। इस दिन लोग पटाखे, बम, फुलजड़ी आदि भी जलाते हैं। दीवाली के त्यौहार को बुरे पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी माना जाता है। भारत की नहीं बल्कि और भी कई देशों में दीवाली का त्यौहार बहुत की धूम धाम से मनाया जाता है।

दिपावली पर 10 लाइनें

  • दिवाली का त्यौहार हिंदूओ के प्रमुख त्यौहारों में से एक है।
  • दिपावली को दीप का त्यौहार भी कहा जाता है।
  • दिवाली इसलिए मनायी जाती है क्योंकि इस दिन भगवान श्री राम 14 साल का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे।
  • भगवान श्री राम के वापिस अयोध्या लौटने की खुशी में वहां के लोगों ने इस दिन को दीवाली के रूप में मनाया।
  • दिवाली का त्यौहार हर साल अक्टूबर या नवम्बर माह में आता है।
  • इस दिन पूरे भारत को दुल्हन की तरह सजाया जाता है।
  • दीवाली की शाम भगवान लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है।
  • इन दिन सभी लोग अपने घरों, दुकानों, दफ्तरों आदि में दीप जलाते हैं।
  • दीवाली के दिन सभी लोग अपने पड़ोसियों और रिश्तेदारों को मिठाई, गिफ्ट आदि देते हैं।
  • इन दिन बहुत से लोग पटाखे, फुलझड़ी, बम आदि भी जलाते हैं।

दिवाली लेखन हिंदी में

  • दिवाली – लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त, समय, तिथि, दिवाली का महत्व आदि
  • दिवाली महत्वपूर्ण क्यों है
  • दीपावली का निबंध हिंदी में यहां से पढ़ें
  • दिवाली की कविताएं और शुभ दीपावली शायरी
  • दिवाली स्लोगन और दिवाली कोट्स
  • दिवाली पर शुभकामनाएँ, बधाई, मैसेज
  • पटाखे बिना दिवाली मनाने के तरीके

Share this:

Similar posts.

शिक्षक दिवस – टीचर डे पर टीचर को क्या गिफ्ट दे, यहां से जाने

शिक्षक दिवस – टीचर डे पर टीचर को क्या गिफ्ट दे, यहां से जाने

गुरु और शिष्य की परम्परा सदियों पुरानी है। यह हमारे संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है। हमारे जीवन में माता – पिता के बाद शिक्षक का ही स्थान आता है। शिक्षक का हर किसी के जीवन में बहुत महत्व होता है। शिक्षक हमें सही मार्ग दिखते हैं। वे हमें जीवन जीने का सही तरीका सिखाते हैं। कई…

2 अक्टूबर पर भाषण (Speech on 2 October in hindi) यहां से देखें

2 अक्टूबर पर भाषण (Speech on 2 October in hindi) यहां से देखें

भारतीय इतिहास में 2 अक्टूबर का एक बहुत ही महत्व है। इस दिन ही देश के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी का जन्म हुआ था। इसी वजह से 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के रूप में मानते हैं। इस दिन लोग गांधी जयंती पर निंबध, गांधी जयंती  पर स्पीच, 2 अक्टूबर का इतिहास के बारे में…

वैलेंटाइन डे Wishes 2023 – मैसेज, बधाई सन्देश, स्लोगन

वैलेंटाइन डे Wishes 2023 – मैसेज, बधाई सन्देश, स्लोगन

वैलेंटाइन डे विश्व भर में प्रतिवर्ष फरवरी को मनाया जाता है। विश्व भर में वैलेंटाइन का पर्व बड़े ही हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया जाता है। वैलेंटाइन डे खासकर नवयुवक जोड़ों के खास पर्व के रूप में जाना जाता है। इस दिन लोग अपने चाहते वालो को विभिन्न प्रकार के गिफ्ट देकर अपने प्यार…

मदर्स डे पर विशेज़, शुभकामनाएँ, बधाई संदेश

मदर्स डे पर विशेज़, शुभकामनाएँ, बधाई संदेश

दुनियाभर में मदर्स डे का दिन बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। मदर्स डे का दिन विश्व के विभिन्न देशों में वैसे तो अलग-अलग दिन मनाया जाता है लेकिन ज्यादातर देशों में मई के दूसरे रविवार को इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है। भारत में भी मदर्स डे को मई के दूसरे…

15 अगस्त पर भाषण हिन्दी में | स्‍वतंत्रता दिवस Independence Day Speech in Hindi

15 अगस्त पर भाषण हिन्दी में | स्‍वतंत्रता दिवस Independence Day Speech in Hindi

इस साल देश की आजादी के 76 वर्ष पूरे हो रहे हैं जिसे पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। इस उपलक्ष्य में सरकार ने हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भारत 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस बड़ा ही धूम-धाम से…

बैसाखी 2023 : जानें क्यों और कैसे मनाया जाता है BAISAKHI का पर्व

बैसाखी 2023 : जानें क्यों और कैसे मनाया जाता है BAISAKHI का पर्व

Baisakhi 2023 : बैसाखी जिसे वैसाखी के नाम से भी जाना जाता है। प्रत्येक वर्ष यह त्योहार 13 या 14 अप्रैल को मनाया जाता है। बैसाखी ना सिर्फ पंजाब में धूम धाम से मनाई जाती है बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी धूमधाम से मनाई जाती है। खासतौर बैसाखी पंजाब और हरियाणा के लोग…

Leave a Reply Cancel reply

Discover more from अगलासेम.

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Type your email…

Continue reading

दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi(1000W)

दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi(1000W)

आज हमने इस आर्टिकल में दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi लिखा है जिसमें हमने प्रस्तावना, पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व, वैज्ञानिक दृष्टि से महत्व, व्यावसायिक महत्व, दार्शनिक महत्व, दिवाली से लाभ और दिवाली से हानि, Ecofriendly मनाने का तरीके, कविताएं तथा दिवाली पर 10 लाइन के बारे में लिखा है।

Table of Contents

प्रस्तावना (दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi)

प्रतिवर्ष कार्तिक मास के अमावस के दिन हिंदू समाज में दिवाली का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है।दिवाली का अर्थ है- दीपों की पंक्ति इस दिन घर- घर को दीपों से सजाया जाता है इसीलिए इस पर्व को दिवाली कहते हैं। एक साथ असंख्य दीपों की जगमगाती लड़ियों से संपूर्ण वातावरण प्रकाशित हो  उठता होता है।

दीपमालाओं की प्रज्वलित सिखाओ की  घटा देखते ही बनती है, घर घर में लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। इस दिन लोग आपकी दुश्मनी को भूलकर एक दूसरे के घर जाते हैं और मिठाइयां बांटते हैं।

बच्चों के लिए यह दिन विशेष खुशी का होता है इस दिन रंग-बिरंगे कपड़ों को पहनकर पटाखे फोड़ते हैं और अपने दोस्तों के साथ मिठाईयां खाते हैं। दिवाली मनाने की तैयारी पहले से ही प्रारंभ हो जाती है। लोग अपने घरों और दुकानों को साफ-सफाई करवाते हैं तथा रंग लगाते हैं और अनेक प्रकार के रंग बिरंगे बल्ब के द्वारा सजाते हैं।

दीपावली का इतिहास व महत्व History and importance of Deepawali in Hindi

 दीपों का खास पर्व होने के कारण इसे दीपावली नाम दिया गया है। अर्थात दीपावली का अर्थ होता है दीपों की अवलि। कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाने वाला यह पर्व अंधेरी रात को दिये जलाकर दीपावली मनाया जाता है। दीपावली के पीछे अलग-अलग कारण और कहानियां हैं।

1. भगवान राम कार्तिक अमावस्या को 14 वर्ष का वनवास  पूरा करके तथा असुरी कृतियों के प्रति बुराई का दमन करके अयोध्या लौटे थे तो अयोध्या वासियों ने उनके स्वागत में पूरे अयोध्या को असंख्य दिये जलाकर  उन की स्वागत की थी  तथा उत्सव मनाए थे इसी कारण यह प्रमुख त्योहारों में से एक है।

2. इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी नरकासुर का वध किया। इसलिए इस दिन जनता खुश हो कर के अपने घरों में घी के दीया जलाए थे।

पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व Mythological and Historical significance in Hindi

दिवाली का अपना पौराणिक महत्व है। इसका संबंध पुराणों से वर्णित भारतीय समाज के पौराणिक इतिहास से है। इसी दिन काली माता ने रक्तबीज नामांक राक्षस का संहार क्या था, जिसके अत्याचार से संपूर्ण समाज परेशान था, उस दुष्ट राक्षस के सहार के बाद लोगों ने अपने घर में घी के दिये जलाए थे, इस मंगलकारी घटना के स्मृति में ही प्रतिवर्ष यह त्यौहार मनाया जाता है।

लंका विजय के बाद जब भगवान राम अयोध्या लौटे, तो इस दिन उनका राज्याभिषेक किया गया था, और संपूर्ण भारत वर्ष में दीपक जला कर ख़ुशियाँ मनाई गई थी, कुछ लोग दीपक का प्रारंभ है इसी दिन से मानते हैं किंतु विद्वानों का मानना है कि दिवाली का त्यौहार इससे भी प्राचीन काल से मनाया जाता रहा है। यह विद्वान इस पर्व का संबंध है मां काली द्वारा रक्तबीज के संघार से ही बताते हैं।

वैज्ञानिक दृष्टि से महत्व Scientific Significance in Hindi

दिवाली का पौराणिक महत्व तो है ही लेकिन इसका वैज्ञानिक दृष्टि से भी महत्व है। वर्षा ऋतु से उत्पन्न न कीड़े, मकोड़े जल, में  घास -फूस एवं गंदगी के सड़ने से उत्पन्न विषैली गैस, तथा घर मकान में व्याप्त सीलन को दूर करने में दिवाली के त्यौहार की महत्वपूर्ण भूमिका है।

लोग दिवाली का त्यौहार आने की बहुत पहले से ही उनके घरों एवं आस पास की सफाई करना प्रारंभ कर देते हैं। वे घर एवं दुकानों पर नया रंग रोगन करवाते हैं।  इससे घर कि सीतन एवं कोनों में छुपे हुए कीट मुखड़े भी नष्ट हो जाते हैं।

प्राचीन काल से दिवाली के दिन सरसों एवं घी का दीपक जलाए जाते थे। इससे वातावरण का प्रदूषण दूर होता था। और कीड़े मकोड़े इसकी दीपशिखा ऊपर जल मरते हैं।

व्यवसायिक महत्व Business Value in Hindi

दिवाली के दिन व्यवसाय लक्ष्मी की पूजा करते हैं। इस दिन से किसी व्यवसाय कार्य का आरंभ है शुभ माना जाता है। इसके पीछे भी कुछ बताने का रहे हैं, इस काल में वर्षा ऋतु पूर्णतय समाप्त हो जाती है। यात्रा और व्यावसायिक कार्य के लिए यह समय अनुकूल माना जाता है।

इस समय किसानों के घर धान की फसल काट कर आना शुरू हो जाती है, और उन्हें इसी समय अपने किसी संबंधी सामग्रियों का क्रय करना होता है। 

दीपावली का दार्शनिक महत्व Philosophical Importance in Hindi

दिवाली को प्रकाश पर्व कहा जाता है। यहां अंधेरे पर प्रकाश से तथा असत्य से सत्य पर विजय की प्रतीक है यह इस दार्शनिक तथ्य को अभिव्यक्त करता है कि, अंधेरा कितना भी खाना हो गया, ज्ञान और कर्तव्य का सामूहिक दीप अंधेरे को प्रकाश में बदल देता है।

किसी समाज के उत्थान के लिए प्रेरक इस तथ्य को वाड़ी देते हुए दीपमाला  की अनगिनत हमसे यह कहते हुए प्रतीत होती है कि, हमारी तरह जल कर देखो तुझे से भी प्रकाश की किरणें निखरने लगेगी जो समाज में छाए हुए अंधेरे को मिटा देगी।

दिवाली से लाभ Benefit from Diwali in Hindi

 दिवाली मात्र एक  त्यौहार ही नहीं अपितु इससे अनेक लाभ भी हैं, घर मोहल्लों के साथ सफाई  वातावरण की शुद्धि,  आपसि सद्भावना का विकास  तथा नए कार्य  व नए योजनाओं का आरंभ है करने की प्रेरणा के साथ-साथ दिवाली हमें अंधेरे से लड़ने की प्रेरणा भी देती है।

दिवाली से हानि Loss from Diwali in Hindi

मनुष्य एक ऐसा प्राणी है, जो अपने आंतरिक (ईर्ष्या और द्वेष से पुण) विचार एवं अज्ञानता पुण व्यवहारों के द्वारा किसी लाभप्रद रीति-रिवाजों को भी हानिकारक बना देता है।

दिवाली के दिन जुआ खेलने शराब पीने पर अनिष्ट आचरण से विनाश को आमंत्रित करने वाले लोग आज भी हैं। ऐसे लोगों के लिए दिवाली का त्यौहार लाभ के बदले हानि को आमंत्रित करता है।

देश में पटाखों के रूप में अरबों रुपए का बारूद फूंक दिया जाता हैं इससे देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित होती है, और वातावरण भी प्रदूषित होता है। अनेक लोग पटाखों के कारण पाली दुर्घटना से प्रदूषित हो कर अपने जीवन को नर्क बना लेते हैं।

दीपावली के दौरान मनाए जाने वाले त्योहार Festivals celebrated during Deepawali in Hindi

 दीपावली के दौरान मनाए जाने वाले त्योहार धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज

धनतेरस Dhanteras in Hindi

कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी के दिन दीपावली का पहला दिन होता है जिसे धनतेरस कहते हैं। धनतेरस के दिन कुछ भी खरीदना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि उस दिन घर में लक्ष्मी का आगमन होता है। लोग उस दिन अपने जरूरत का सामान खरीदते हैं, जैसे सोना, चांदी, गाड़ी, कार, बर्तन आदि।

नरक चतुर्दशी Nakarak Chaturdashi in Hindi

कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी के दिन दीपावली का दूसरा दिन होता है इसे नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली, रूप चौदस, काली चौदस के नाम से जानी जाती है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का संहार किया था इसीलिए उनके जीत के किसी के सम्मान में यह त्यौहार मनाया जाता है। अपनी मृत्यु के समय नरकासुर सत्यभामा से विनती की थी कि उनकी मृत्यु को रंगीन प्रकाशमय उत्सव के रूप में मनाया जाए।

दीपावली Deepawali in Hindi

दीपावली का यह त्यौहार कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। यहां हिंदुओं का मुख्य धार्मिक व सामाजिक पर्व है। कहा जाता है कि रामचंद्र जी 14 बरस का बनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे जिनकी खुशी में अयोध्यावासी असंख्य दीप जलाकर उनका स्वागत किया था।

गोवर्धन पूजा Govardhan Pooja in Hindi

गोवर्धन पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन गोवर्धन तथा गाय की विशेष पूजा की जाती है। जिसका अपना एक खास महत्व हैं। इस पर्व को कृष्ण भगवान की जन्मभूमि मथुरा, गोकुल, और वृंदावन में खास तौर पर मनाया जाता है।

हालांकि भारत के कई क्षेत्रों में भी ऐसे लोग बहुत ही श्रद्धा के साथ बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। गोवर्धन पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन गौ के गोबर से गोवर्धन बनाया जाता है और उसे विशेष प्रकार के फूलों से सजा कर उसकी पूजा-अर्चना की जाती है।

कहां जाता है कि मूलाधार बारिश से बचाने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को 7 दिनों तक अपनी एक उंगली पर उठाए रखा। इससे इंद्र क्रोधित हो उठे और मूलाधार बारिश होने लगी गोवर्धन पर्वत के नीचे सभी बृजवासी सुरक्षित थे।

सातवें दिन जब श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को नीचे रखा और गोवर्धन पूजा की अभिभूत बनाकर उसकी पूजा करने को कहा तब से दीपावली के समय गोवर्धन पूजा जाने की कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन गोवर्धन पूजा की जाती है।

भाई दूज Bhai Dooj in Hindi

यह त्यौहार बहन के प्रति भाई का कर्तव्य का बोध कराता है। इस दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र और समृद्ध जीवन की कामना करते हैं। इसे भारत के विभिन्न जगहों पर भव बिच, भाई तिलक, रात्र द्वितीय, आदि कहा जाता है।

हिंदू समाज में भाई-बहन के प्रेम को सम्मान दिया जाता है। भाई दूज का यह त्यौहार दीपावली के 2 दिन बाद आता है। हिंदुओं के बाकी परंपराओं की तरह यह त्यौहार भी से जुड़ा हुआ है इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर, उपहार देकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती है।

बदले में भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है। भाई दूज को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। इसीलिए इस पर्व पर यम देव की पूजा भी की जाती है। मान्यता के अनुसार इस दिन जो यम देवता की पूजा अर्चना करता है उसे असमय मृत्यु का कोई भय नहीं रहता।

दीपावली मेरा प्रिय त्यौहार है मुझे इस त्यौहार का बेसब्री से इंतजार रहता है दीपावली के समय हम घरों में दीया जलाते हैं मुझे यह त्यौहार बहुत ही अच्छा लगता है।

दीपावली कैसे मनाते हैं? How to celebrate Deepawali in Hindi

  • दीपावली के दिन हम रंग बिरंगी रंगोलियां बनाते हैं।
  • उस दिन लोग नए नए कपड़े पहनते हैं।
  • दीपावली के दिन महालक्ष्मी की पूजा की जाती है।
  • उस दिन रात्रि के समय पूरे घरों को असंख्य दीपों से सजाया जाता है ।
  • लोग पटाखे फोड़ते हैं, फुलझड़ियां जलाते हैं, और दीपावली का आनंद लेते हैं परंतु हमें दिवाली में पटाखे नहीं फोड़ना चाहिए।
  • दीपावली के दिन घरों में अनेक प्रकार की मिठाइयां बनाए जाते हैं।
  • दीपावली के दिन लोग एक दूसरे को मिठाई बांटते हैं और दीपावली की शुभकामनाएं देते हैं।

प्रदूषण मुक्त दीपावली Pollution free Deepawali in Hindi

हमें हमेशा प्रदूषण मुक्त दीपावली (Ecofriendly Diwali) की मनाना चाहिए। हमें दीपावली के समय ज्यादा से ज्यादा दिया जलाकर ही दीपावली का आनंद लेना चाहिए। ना की पटाखे फोड़ कर। दीपावली के समय पटाखों के कारण कई प्रकार के हादसे होते हैं।

पटाखों के धुए से वायु भी प्रदूषित होता है तथा उसके ध्वनि से ध्वनि प्रदूषण भी होता है।  दीपावली के समय पटाखों के कारण हमारा वातावरण प्रदूषित होता है इस कारण हमें पटाखों का प्रयोग ना करके हम दीया जलाकर दीपावली मना सकते है। इको फ्रेंडली दीपावली मना कर ही हम हमारे वातावरण को सुरक्षित रख सकते है।

दिवाली पर 10 लाइन 10 lines on Diwali

  • प्रतिवर्ष कार्तिक मास के अमावस के दिन हिंदू समाज में दिवाली का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है।
  • दिवाली का अर्थ है- दीपों की पंक्ति इस दिन घर- घर को दीपों से सजाया जाता है इसीलिए इस पर्व को दिवाली कहते हैं। 
  • एक साथ असंख्य दीपों की जगमगाती लड़ियों से संपूर्ण वातावरण प्रकाशित हो  उठता होता है।
  • दीपमालाओं की प्रज्वलित सिखाओ की  घटा देखते ही बनती है, घर घर में लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है।
  • इस दिन लोग आपकी दुश्मनी को भूलकर एक दूसरे के घर जाते हैं और मिठाइयां बांटते हैं।
  • बच्चों के लिए यह दिन विशेष खुशी का होता है इस दिन रंग-बिरंगे कपड़ों को पहनकर पटाखे फोड़ते हैं और अपने दोस्तों के साथ मिठाईयां खाते हैं।
  • दिवाली मनाने की तैयारी पहले से ही प्रारंभ हो जाती है। लोग अपने घरों और दुकानों को साफ-सफाई करवाते हैं तथा रंग लगाते हैं और अनेक प्रकार के रंग बिरंगे बल्ब के द्वारा सजाते हैं।
  • दिवाली का अपना पौराणिक महत्व है। इसका संबंध पुराणों से वर्णित भारतीय समाज के पौराणिक इतिहास से है।
  • इसी दिन काली माता ने रक्तबीज नामांक राक्षस का संहार क्या था, जिसके अत्याचार से संपूर्ण समाज परेशान था, उस दृष्ट राक्षस के सहार के बाद लोगों ने अपने घर में घी के दिये जलाए थे, इस मंगलकारी घटना के स्मृति में ही प्रतिवर्ष यह त्यौहार मनाया जाता है।
  • लंका विजय के बाद जब भगवान राम अयोध्या लौटे, तो इस दिन उनका राज्याभिषेक किया गया था, और संपूर्ण भारतवर्ष में दीपक जला कर खुशियां मनाई गई थी, कुछ लोग दीपक का प्रारंभ है इसी दिन से मानते हैं किंतु विद्वानों का मानना है कि दिवाली का त्यौहार इससे भी प्राचीन काल से मनाया जाता रहा है।

दीपावली पर कविता Poem on diwali in Hindi

  • गर सूख गया हो दीये का मान, मौसम है स्नेह का तेल चढ़ा लेना। हो मन में कहीं गर लोभ क्रोध का अंधेरा, मौका है प्रेम के दीये जला लेना। घर को मन को कर चुके हो साफ, पड़ोस पड़ोसियों से कचरा क्लेश भी हटा लेना। कब तक रखोगे रामायण में राम, आज दिन है मन में भगवान बसा लेना। गर सूख गया हो दीये का मन, मौसम है स्नेहा का तेल चढ़ा लेना।
  • दीपावली का त्योहार आया, साथ में खुशियों की बौछार लाया। दीपो की सजी है कतार, जगमग आ रहा है पूरा संसार। अंधकार पर प्रकाश की विजय लाया, दीपावली का त्योहार आया। सुख समृद्धि की बौछार लाया, भाईचारे का संदेश लाया। बाजारों में रौनक छाया, दीपावली का त्यौहार आया।
  • दीपों का त्योहार दिवाली आई है, खुशियों का संसार दिवाली आई है। घर आंगन सब नया सा लगता है, नया-नया परिधान सभी को फबता है। नए-नए उपहार दिवाली लाई है, खुशियों का संसार दिवाली लाई है।
  • दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे, खुशी-खुशी सब हंसते आओ आज दिवाली रे, नाचो गाओ खुशी मनाओ आज दिवाली आई, दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे, नए नए कपड़े पहनो खाओ खूब मिठाई,  हाथ जोड़ कर पूजा कर लो आज दिवाली आई।
  • आओ मिलकर दीप जलाएं अंधेरा धरा से दूर भगाएं। रहा न जाए अंधेरा कहि घर का कोई सुना कोना, सदा ऐसा कोई दीप जलाते रहना, हर घर आंगन में रंगोली सजाएं, आओ मिलकर दीप जलाएं।

निष्कर्ष Conclusion

किसी त्योहार को मनाते समय हमें उसमें निहित कल्याणकारी अर्थ को भी समझना चाहिए। दिवाली के त्यौहार में भी यही दृष्टिकोण अपनाना उचित होगा, तभी हम इसका वास्तविक आनंद प्राप्त कर सकते हैं।

यदि आपको  यह दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi अच्छा लगा हो तो और भी जानकारी पाने के लिए हमारे साथ इसी तरह से जुड़े रहिए।

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

diwali presentation in hindi

45,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today

Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.

diwali presentation in hindi

Verification Code

An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify

diwali presentation in hindi

Thanks for your comment !

Our team will review it before it's shown to our readers.

diwali presentation in hindi

  • Trending Events /

Diwali Story in Hindi: जानिए क्यों मनाई जाती है दिवाली?

diwali presentation in hindi

  • Updated on  
  • अक्टूबर 27, 2023

Diwali Story in Hindi

दिवाली अंधेरे पर प्रकाश का प्रतीक माना जाता है। छोटों से लेकर बड़े सब इस त्यौहार के आने की प्रतीक्षा करते हैं। हिंदू कैलेंडर के अनुसार दिवाली कार्तिक माह में 15वें दिनों में आती है। इस दीपावली के पर्व को आमतौर पर रोशनी का त्योहार माना जाता है, जिसमें घरों को मोमबत्तियों और दीयों से सजाकर, धार्मिक अनुष्ठानों का पालन करके, एक-दूसरे को उपहार और शुभकामनाएं देकर और पटाखे जाला कर मनाया जाता है। इस ब्लॉग में Diwali Story in Hindi के बारे में जानेंगे। तो आइए Diwali Story in Hindi के बारे में विस्तार से जानते हैं।

This Blog Includes:

2023 में कब है दीपावली, दिवाली क्या है और क्यों मनाई जाती है, कैसे मनाई जाती है दिवाली, दिवाली का महत्व, दिवाली का है विशेष संबंध रामायण की कथा से , दुनिया के टॉप 5 देश कौनसे हैं जहां दिवाली मनाई जाती है.

2023 में दिवाली का पर्व 12 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा। इस बार दिवाली का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 40 मिनट से रात 07 बजकर 36 मिनट तक है। लक्ष्मी पूजन के लिए विशेष शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 39 मिनट से मध्य रात्रि 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।

दिवाली शब्द का अर्थ है रोशनी वाले दीपकों की पंक्तियां। दीपावली संस्कृत के दो शब्द को मिलकर बनाया गया है – दीप + आवली। ‘दीप’ का मतलब ‘दीपक’ और ‘आवली’ अर्थात ‘लाइन’ या जिसका अर्थ होता है दीपकों की श्रृंखला या दीपों की पंक्तियां। दिवाली को रोशनी के त्योहार के रूप में जाना जाता है क्योंकि इस दिन सभी के घरों, दुकानों और सार्वजनिक स्थानों को लाइट, फूलों और छोटे दीयों के साथ सजाया जाता है। दिवाली हिंदू त्योहारों में से सबसे लोकप्रिय पर्व है। 

दिवाली का ये पर्व कार्तिक माह (अक्टूबर और नवंबर के बीच) में मनाई जाती है। इसका नाम संस्कृत भाषा में दीपावली से लिया गया है। दिवाली का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी माना जाता है। दीपावली का ये त्योहार राम के विजयी होकर अयोध्या लौटने से संबंधित है। कहा जाता है रावण से युद्ध के बाद उनके स्वागत के लिए पूरी अयोध्या के लोग ने अपने घरों को साफ की और राम सीता और लक्षमण के आने वाले द्वार पर रोशन करने के लिए तेल के दीपक रखे। तेल के दीपक जलाने की परंपरा आज भी दिवाली के त्योहार का एक प्रमुख अंग है।

लोगों के लिए दिवाली का त्योहार पांच दिवसीय होता है, जोकि देवी लक्ष्मी और गणेश के पूजन का सम्मान करता है। इस दिन लोग अपने घरों में लक्ष्मी जी के आगमन के लिए घरों के द्वार और विभ्भिन जगहों पर दीपक जलाए जाते हैं। हम कई तरीकों से दिवाली के इस त्योहार मनाते हैं, जिसमें कई चीजें शामिल हैं। जैसे-

  • घर की सफ़ाई
  • नए कपड़े पहनना
  • उपहारों का आदान-प्रदान
  • अनेक प्रकार के भोजन
  • ऑफिस और घरों को दीपक और लाइट की रोशनी से सजाना

दिवाली पर्व के पीछे एक महत्व और एक कहानी छुपी हुई है। दिवाली बुराई पर अच्छाई और अहंकार पर ज्ञान की विजय का प्रतीक मन जाता है। दिवाली को हम रोशनी का पर्व इस लिए भी कहते हैं, क्योंकि यह त्योहार लोगों में अंधकार के विचारों को मिटाकर और बुराइयों को खत्म करने का समय दर्शाता है। 

दीपावली का यह त्योहार धर्म और जाति की बाधाओं को दूर कर देश के हर कोने में उत्शाह बिखेरता है। इस दिन मन्यता है की सभी ज्ञान, स्वास्थ्य, धन, शांति और समृद्धि की प्राप्ति के लिए माता लक्ष्मी और गणपति जी की आराधना करते है। इस दिन बच्चों की ख़ुशी देखते बनती है जब वे सब कुछ भूल का खूब मस्ती के साथ पटाखे जलाए जाते हैं। माना जाता है कि पटाखों की आवाज और उनसे निकले धुएं की वजह से पर्यावरण को बहुत नुकसान होता है, इसलिए अपनी खुशी को मनाने के लिए पटाखों का प्रयोग करें।

दिवाली से जुड़ी सबसे लोकप्रिय रामायण की कहानी है, की जब 14 वर्ष के वनवास के बाद और रावण को हराने के बाद भगवान राम जब अयोध्या वापस आए, उस ख़ुशी में  अयोध्या नगरवासीयों ने बहुत धूम-धाम से भगवान राम का स्वागत किया। राम के इस वनवास के समय लंका के दुष्ट राजा रावण ने सीता माता का अपहरण कर लिया। बहुत सारी समस्याओं और खोज के बाद भगवान राम ने लंका पर विजय प्राप्त कर ली और सीता को रावण की लंका से मुक्त कराया। राम की असत्य पर सत्य की जीत और राजा राम की अयोध्या वापसी की ख़ुशी में लोगों ने राज्य को दीयों से रोशन किया और  मिठाइयाँ बाँटकर खुशियाँ मनाईं।

Diwali Story in Hindi जानने के बाद अब यह जानते हैं कि दुनिया के वो टॉप 5 देश कौनसे हैं जहां बड़े जोर-शोर से दिवाली मनाई जाती है, जो इस प्रकार हैं:

  • यूनाइटेड किंगडम
  • न्यूज़ीलैंड
  • ऑस्ट्रेलिया

26 नवंबर 2023।

इस साल धनतेरस 10 नवंबर और दिवाली 12 नवंबर 2023 को है। 

माता लक्ष्मी और गणपति जी की। 

14 वर्ष का। 

हमें आशा है कि Diwali Story in Hindi के इस ब्लॉग के साथ आपको दुनियाभर में दिवाली के जश्न के बारे में पता चल गया होगा। अन्य तरह के ट्रेंडिंग इवेंट्स पर ब्लॉग्स पढ़ने के लिए बने रहिए Leverage Edu के साथ।

' src=

सीखने का नया ठिकाना स्टडी अब्रॉड प्लेटफॉर्म Leverage Eud. जया त्रिपाठी, Leverage Eud हिंदी में एसोसिएट कंटेंट राइटर के तौर पर कार्यरत हैं। 2016 से मैंने अपनी पत्रकारिता का सफर अमर उजाला डॉट कॉम के साथ शुरू किया। प्रिंट और डिजिटल पत्रकारिता में 6 -7 सालों का अनुभव है। एजुकेशन, एस्ट्रोलॉजी और अन्य विषयों पर लेखन में रुचि है। अपनी पत्रकारिता के अनुभव के साथ, मैं टॉपर इंटरव्यू पर काम करती जा रही हूँ। खबरों के अलावा फैमली के साथ क्वालिटी टाइम बिताना और घूमना काफी पसंद है।

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Contact no. *

browse success stories

Leaving already?

8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs

Grab this one-time opportunity to download this ebook

Connect With Us

45,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..

diwali presentation in hindi

Resend OTP in

diwali presentation in hindi

Need help with?

Study abroad.

UK, Canada, US & More

IELTS, GRE, GMAT & More

Scholarship, Loans & Forex

Country Preference

New Zealand

Which English test are you planning to take?

Which academic test are you planning to take.

Not Sure yet

When are you planning to take the exam?

Already booked my exam slot

Within 2 Months

Want to learn about the test

Which Degree do you wish to pursue?

When do you want to start studying abroad.

September 2024

January 2025

What is your budget to study abroad?

diwali presentation in hindi

How would you describe this article ?

Please rate this article

We would like to hear more.

Encyclopedia Britannica

  • History & Society
  • Science & Tech
  • Biographies
  • Animals & Nature
  • Geography & Travel
  • Arts & Culture
  • Games & Quizzes
  • On This Day
  • One Good Fact
  • New Articles
  • Lifestyles & Social Issues
  • Philosophy & Religion
  • Politics, Law & Government
  • World History
  • Health & Medicine
  • Browse Biographies
  • Birds, Reptiles & Other Vertebrates
  • Bugs, Mollusks & Other Invertebrates
  • Environment
  • Fossils & Geologic Time
  • Entertainment & Pop Culture
  • Sports & Recreation
  • Visual Arts
  • Demystified
  • Image Galleries
  • Infographics
  • Top Questions
  • Britannica Kids
  • Saving Earth
  • Space Next 50
  • Student Center

Diyas lit for Diwali.

How is Diwali celebrated?

  • Is mathematics a physical science?
  • What are New Year festivals?
  • Why does the new year begin on January 1?
  • How is New Year’s Eve celebrated?

February 29, leap day, leap year, happens every four years

Our editors will review what you’ve submitted and determine whether to revise the article.

  • CNN Travel - Diwali in India: How the Festival of Lights is celebrated
  • Ancient Origins - The Diwali Festival of Lights: A Celebration of Freedom and Good Triumphing over Evil
  • Singapore Infopedia - Deepavali
  • Diwali - Children's Encyclopedia (Ages 8-11)
  • Diwali - Student Encyclopedia (Ages 11 and up)

What is Diwali?

Diwali, also spelled Divali, is one of the major religious festivals in Hinduism, Jainism, and Sikhism. The name is derived from the Sanskrit term dipavali , meaning “row of lights.” The festival generally symbolizes the victory of light over darkness.

Which religions celebrate Diwali?

Diwali is one of the major religious festivals in Hinduism, Jainism, and Sikhism. Although not a primary festival of Buddhism, Diwali is celebrated by some Buddhists as a commemoration of the day when Emperor Ashoka converted to Buddhism in the 3rd century BCE.

Do Sikhs celebrate Diwali?

Since the 18th century, Diwali has been celebrated in Sikhism as the time of Guru Hargobind’s return to Amritsar from captivity in Gwalior, an echo of Lord Rama’s return to Ayodhya. Residents of Amritsar lit lamps throughout the city to celebrate the occasion.

Do Jains celebrate Diwali?

Diwali is an important festival in Jainism. For the Jain community, the festival commemorates the enlightenment and liberation (moksha) of Mahavira , the most recent of the Jain Tirthankaras, from the cycle of life and death (samsara). The lighting of the lamps celebrates the light of Mahavira’s holy knowledge.

Observances of Diwali differ depending on region and tradition. Among Hindus the most widespread custom is the lighting of diyas (small earthenware lamps filled with oil) on the night of the new moon to invite the presence of Lakshmi, the goddess of wealth. Diwali is generally a time for visiting, exchanging gifts, wearing new clothes, feasting, feeding the poor, and setting off fireworks (though such displays have been restricted to limit noise and other environmental pollution).

diwali presentation in hindi

Diwali , one of the major religious festivals in Hinduism , Jainism , and Sikhism , lasting for five days from the 13th day of the dark half of the lunar month Ashvina to the second day of the light half of the lunar month Karttika. (The corresponding dates in the Gregorian calendar usually fall in late October and November.) The name is derived from the Sanskrit term dipavali , meaning “row of lights.” The festival generally symbolizes the victory of light over darkness.

Why is Diwali called the Festival of Lights?

Observances of Diwali differ depending on region and tradition. Among Hindus the most widespread custom is the lighting of diya s (small earthenware lamps filled with oil) on the night of the new moon to invite the presence of Lakshmi , the goddess of wealth. In Bengal the goddess Kali is worshipped. In North India the festival also celebrates the royal homecoming of Rama (along with Sita , Lakshmana, and Hanuman ) to the city of Ayodhya after defeating Ravana , the 10-headed king of the demons, thus connecting the festival with the holiday of Dussehra . In South India the festival marks Krishna ’s defeat of the demon Narakasura. Some celebrate Diwali as a commemoration of the marriage of Lakshmi and Vishnu , while others observe it as the birthday of Lakshmi.

diwali presentation in hindi

During the festival, diya s are lit and placed in rows along the parapets of temples and houses and set adrift on rivers and streams. Homes are decorated, and floors inside and out are covered with rangoli s, consisting of elaborate designs made of colored rice, sand, or flower petals. The doors and windows of houses are kept open in the hope that Lakshmi will find her way inside and bless the residents with wealth and success.

The names and events of the individual days of Diwali are as follows:

The first day, known as Dhanteras, is dedicated to cleaning homes and purchasing small items of gold. Lakshmi is the focus of worship on that day. The second day, called Naraka Chaturdashi or Choti Diwali, commemorates Krishna’s destruction of Narakasura; prayers are also offered for the souls of ancestors. On the third day, Lakshmi Puja, families seek blessings from Lakshmi to ensure their prosperity; light diya s, candles, and fireworks; and visit temples. It is the main day of the Diwali festival. The fourth day, known as Govardhan Puja, Balipratipada, or Annakut, commemorating Krishna’s feat of lifting up a mountain, Govardhan Hill, to protect the local cowherds in defiance of Indra , the king of the gods, who had sent a torrential rain upon them. It is also the first day of Karttika and the start of the new year in the Vikrama (Hindu) calendar . Merchants perform religious ceremonies and open new account books. The fifth day, called Bhai Dooj, Bhai Tika, or Bhai Bij, celebrates the bond between brothers and sisters. On that day sisters pray for the success and well-being of their brothers, similar to the holiday Raksha Bandhan .

Diwali is generally a time for visiting, exchanging gifts, wearing new clothes, feasting, feeding the poor, and setting off fireworks (though such displays have been restricted to limit noise and other environmental pollution). Gambling, especially in the form of card games, is encouraged as a way of ensuring good luck in the coming year and in remembrance of the games of dice played by Shiva and Parvati on Mount Kailasa or similar contests between Radha and Krishna. Ritually, in honor of Lakshmi, the female player always wins.

Diwali is also an important festival in Jainism . For the Jain community , the festival commemorates the enlightenment and liberation ( moksha ) of Mahavira , the most recent of the Jain Tirthankaras , from the cycle of life and death ( samsara ). The lighting of the lamps celebrates the light of Mahavira’s holy knowledge.

Since the 18th century, Diwali has been celebrated in Sikhism as the time of Guru Hargobind ’s return to Amritsar from captivity in Gwalior —an echo of Rama’s return to Ayodhya. Residents of Amritsar light lamps throughout the city to celebrate the occasion.

Although not a primary festival of Buddhism , Diwali is celebrated by some Buddhists as a commemoration of the day when Emperor Ashoka converted to Buddhism in the 3rd century bce . It is observed by the Vajrayana Buddhist minority among the Newar people of Nepal . They celebrate by lighting lamps, decorating temples and monasteries, and worshipping the Buddha .

Diwali: Festival of Lights

Learn about India's biggest holiday of the year.

Diwali, or Dipawali, is India 's biggest and most important holiday of the year. The festival gets its name from the row  (avali) of clay lamps (deepa) that Indians light outside their homes to symbolize the inner light that protects from spiritual darkness. This festival is as important to Hindus as the Christmas holiday is to Christians.

Over the centuries, Diwali has become a national festival that's also enjoyed by non-Hindu communities. For instance, in Jainism, Diwali marks the nirvana, or spiritual awakening, of Lord Mahavira on October 15, 527 B.C.; in Sikhism, it honors the day that Guru Hargobind Ji, the Sixth Sikh Guru, was freed from imprisonment. Buddhists in India celebrate Diwali as well.

Hindus interpret the Diwali story based upon where they live. But there's one common theme no matter where people celebrate: the victory of good over evil.

Learn more about the holiday at National Geographic.

Celebrations

Winter celebrations, wackiest places around the world.

  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • Your California Privacy Rights
  • Children's Online Privacy Policy
  • Interest-Based Ads
  • About Nielsen Measurement
  • Do Not Sell My Info
  • National Geographic
  • National Geographic Education
  • Shop Nat Geo
  • Customer Service
  • Manage Your Subscription

Copyright © 1996-2015 National Geographic Society Copyright © 2015-2024 National Geographic Partners, LLC. All rights reserved

WEB HINDI.IN

diwali presentation in hindi

दिवाली 2024: शुभ मुहूर्त का समय, पूजा विधि, कैसे मनायें? | Diwali 2024, Dates and Time, Shubh Muhurat in Hindi

दिवाली 2024 शुभ मुहूर्त का समय (Diwali 2024, Dates and Time, Shubh Muhurat in Hindi):- दीवाली (Diwali 2024) और दीपावली रोशनी का त्योहार भारत का सबसे प्रसिद्ध और सभी त्योहारों में सबसे अच्छा और शुभ त्यौहार माना जाता है। दीपावली का त्यौहार हर साल अक्टूबर के अंत से नवंबर के मध्य तक आता है। साल 2024 में दिवाली 31 अक्टूबर गुरुवार को मनायी जाएगी।

Table of Contents

दिवाली 2024 शुभ मुहूर्त का समय (Diwali 2024, Dates, Shubh Muhurat, Timing in Hindi)

2024 दिवाली उत्सव 29 अक्टूबर मंगलवार को धनतेरस से शुरू होकर 03 नवम्बर 2024 को भाई दूज के साथ समाप्त होगा। दिवाली त्योहार के दिनों में सबसे शुभ लक्ष्मी पूजा, दिवाली के दिन के रूप में मनाई जाती है। इसलिए पूरे भारत में दिवाली 2024 साल में 31 अक्टूबर गुरुवार को मनाई जायेगी।

कार्तिक अमावस्या तिथि का समय: 31 अक्टूबर गुरुवार

प्रदोष काल में पूजा का समय: शाम 05 बजकर 29 मिनट से 08 बजकर 08 मिनट तक

वृषभ काल में पूजा का समय: शाम 05 बजकर 39 मिनट से 07 बजकर 35 मिनट तक

उत्तर भारत में, दिवाली पांच दिनों तक चलने वाला उत्सव है जो भारतीय महीने कार्तिक के कृष्ण पक्ष के 13 वें चंद्र दिवस पर धनतेरस से शुरू होता है। यह भाई दूज के उत्सव के साथ समाप्त होता है जो भारतीय महीने कार्तिक के शुक्ल पक्ष के 17 वें चंद्र दिवस पर पड़ता है। दोनों को पुरीमनाता कैलेंडर से लिया गया है।

Happy Diwali 2024

दिवाली कैलेंडर 2024 – दिवाली के 5 दिन 2024

पहला दिन: धनतेरस 29 अक्टूबर, मंगलवार

दूसरा दिन: नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली) 30 अक्टूबर, बुधवार

तीसरा दिन: लक्ष्मी पूजा (दिवाली महोत्सव) 31 अक्टूबर, गुरुवार

चौथा दिन: गोवर्धन पूजा 02 नवम्बर, शनिवार

पांचवां दिन: भाई दूज 03 नवम्बर, रविवार

दिवाली हमारे घरों और दिलों को रोशन करती है और दोस्ती और एकजुटता का संदेश देती है। प्रकाश आशा, सफलता, ज्ञान और भाग्य का चित्रण है और दिवाली जीवन के इन गुणों में हमारे विश्वास को मजबूत करती है।

दिवाली 2024 शुभ मुहूर्त और अमावस्या तिथि का समय (Diwali Shubh Muhurat in Hindi)

सूर्योदय 31 अक्टूबर, बुधवार 2024, 06:31 पूर्वाह्न।

सूर्यास्त 31 अक्टूबर, बुधवार 2024, शाम 05:50 बजे।

अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर, बुधवार 2024, शाम 05:29 बजे से शुरू हो रही है।

अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर, बुधवार 2024, 04:18 अपराह्न समाप्त हो रही है।

प्रदोष पूजा का समय 31 अक्टूबर, बुधवार 2024 शाम 05 बजकर 29 मिनट से 08 बजकर 08 मिनट तक

Happy Diwali

दिवाली की कहानी

चूंकि दिवाली हर उस चीज से मिलती-जुलती है जो ‘अच्छा’ है, इसलिए यह त्योहार कई पौराणिक कथाओं का केंद्र रहा है। लंका के दस सिर वाले राक्षस राजा रावण पर विजय प्राप्त करने के बाद भगवान राम इस दिन सीता और लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे थे। इस अवसर पर, स्थानीय लोगों ने अपने राजा और रानी का वापस सिंहासन पर स्वागत करने के लिए मिट्टी के दीये जलाए और पटाखे फोड़े थे।

इस दिन को स्वर्ग में देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु के मिलन के रूप में भी मनाया जाता है। बंगाल में, इस दिन को ‘शक्ति’ की सबसे शक्तिशाली देवी – देवी काली की पूजा के लिए मनाया जाता है। जैन संस्कृति में, इस दिन का अत्यधिक महत्व है क्योंकि इस दिन महावीर ने अंतिम ‘निर्वाण’ प्राप्त किया था।

प्राचीन भारत में, इस दिन को फसल उत्सव के रूप में मनाया जाता था। दिवाली आर्य समाज के ‘नायक’ दयानंद सरस्वती की पुण्यतिथि भी है।

दीपावली की रस्में

  • दिवाली पूरे भारत में विभिन्न रूपों में मनाई जाती है और इस प्रकार यह एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय अवकाश भी है।
  • दिवाली धनतेरस से शुरू होती है एक नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत, दूसरे दिन नरक चतुर्दशी है, जिस दिन भगवान कृष्ण ने राक्षस नरकासुर का वध किया था। तीसरे दिन अमावस्या है, जिस दिन धन और भाग्य की देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
  • चौथा दिन गोवर्धन पूजा है और अंतिम दिन भाई दूज के रूप में मनाया जाता है, जिस दिन बहनें अपने भाइयों की पूजा करती हैं और उनके लंबे जीवन और कल्याण के लिए प्रार्थना करती हैं।

दिवाली के दौरान दावत, जुआ, दोस्तों और परिवारों के बीच उपहारों का आदान-प्रदान और पटाखे फोड़ना बहुत जरूरी है। लोग इस दिन नए कपड़े भी पहनते हैं और देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं। यह दिन विशेष लक्ष्मी पूजा के लिए समर्पित है।

दक्षिणी भारत में, दिवाली उनके प्राचीन राजा महाबली के घर आने का प्रतीक है और लोग राजा के स्वागत के लिए अपने घरों को फूलों और गाय के गोबर से सजाते हैं। इस दिन गोवर्धन पूजा की जाती है।

बंगाल और पूर्वी भारत के अन्य हिस्सों में इस दिन देवी काली की पूजा की जाती है। इसे श्यामा पूजा के नाम से जाना जाता है।महाराष्ट्र में दिवाली की शुरुआत गायों और उनके बछड़ों की पूजा से होती है। इसे वासु बरस के नाम से जाना जाता है।

देश भर में बड़े दिवाली मेले लगते हैं। ये मेले व्यापार के केंद्र हैं और इन आयोजनों में कई कलाकार और कलाबाज प्रदर्शन करते नजर आते हैं।

हम आशा करते हैं, कि आपको दिवाली त्यौहार दिवाली 2024 कब है, शुभ मुहूर्त का समय (Diwali 2024, Dates and Time, Shubh Muhurat in Hindi) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर अभी भी आपको दिवाली त्यौहार को लेकर आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें ताकि आप सभी को दिवाली त्यौहार के समन्धित अच्छी और सही जानकारी मिल सके।

ये भी पढें:

धनतेरस की तिथि, समय , पूजा विधि

दिवाली हार्दिक शुभकामनाएं, संदेश

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

{{#message}}{{{message}}}{{/message}}{{^message}}Your submission failed. The server responded with {{status_text}} (code {{status_code}}). Please contact the developer of this form processor to improve this message. Learn More {{/message}}

{{#message}}{{{message}}}{{/message}}{{^message}}It appears your submission was successful. Even though the server responded OK, it is possible the submission was not processed. Please contact the developer of this form processor to improve this message. Learn More {{/message}}

Submitting…

Got any suggestions?

We want to hear from you! Send us a message and help improve Slidesgo

Top searches

Trending searches

diwali presentation in hindi

62 templates

diwali presentation in hindi

49 templates

diwali presentation in hindi

american history

85 templates

diwali presentation in hindi

el salvador

34 templates

diwali presentation in hindi

pink flowers

255 templates

diwali presentation in hindi

22 templates

Celebrating Diwali Worldwide

It seems that you like this template, celebrating diwali worldwide presentation, free google slides theme, powerpoint template, and canva presentation template.

Diwali, also known as the Festival of Lights, is one of the most widely celebrated festivals in India and around the world. This festival is a time for people to come together and celebrate the triumph of light over darkness, good over evil, and knowledge over ignorance. It lasts several days, so you have plenty of time to prepare an incredible presentation about this festival! Check out this purple-colored template and its beautiful patters and mandalas to make this festival more well-known in front of an international audience. Its slides are 100% editable, and most of the titles come in a golden tone for contrast.

Features of this template

  • 100% editable and easy to modify
  • 35 different slides to impress your audience
  • Contains easy-to-edit graphics such as graphs, maps, tables, timelines and mockups
  • Includes 500+ icons and Flaticon’s extension for customizing your slides
  • Designed to be used in Google Slides, Canva, and Microsoft PowerPoint
  • 16:9 widescreen format suitable for all types of screens
  • Includes information about fonts, colors, and credits of the resources used

How can I use the template?

Am I free to use the templates?

How to attribute?

Attribution required If you are a free user, you must attribute Slidesgo by keeping the slide where the credits appear. How to attribute?

diwali presentation in hindi

Register for free and start downloading now

Related posts on our blog.

How to Add, Duplicate, Move, Delete or Hide Slides in Google Slides | Quick Tips & Tutorial for your presentations

How to Add, Duplicate, Move, Delete or Hide Slides in Google Slides

How to Change Layouts in PowerPoint | Quick Tips & Tutorial for your presentations

How to Change Layouts in PowerPoint

How to Change the Slide Size in Google Slides | Quick Tips & Tutorial for your presentations

How to Change the Slide Size in Google Slides

Related presentations.

Diwali presentation template

Premium template

Unlock this template and gain unlimited access

Deepawali Campaign presentation template

Create your presentation Create personalized presentation content

Writing tone, number of slides.

Holi Festival presentation template

Register for free and start editing online

  • Skip to main content
  • Keyboard shortcuts for audio player

Here's how India is celebrating Diwali

Sushmita Pathak

Headshot of Manuela López Restrepo

Manuela López Restrepo

diwali presentation in hindi

People watch a laser show on the banks of the river Sarayu during Deepotsav celebrations on the eve of the Hindu festival of Diwali in Ayodhya on Wednesday. The five-day festival celebrates the victory of light over darkness. Sanjay Kanojia/AFP via Getty Images hide caption

People watch a laser show on the banks of the river Sarayu during Deepotsav celebrations on the eve of the Hindu festival of Diwali in Ayodhya on Wednesday. The five-day festival celebrates the victory of light over darkness.

Hindus across the world are celebrating Diwali. The five-day festival of lights is one of the most popular holidays in India, and Thursday is the main day of festivities, when the faithful pray to the Hindu goddess of wealth.

New York City's World Trade Center lights up for its first Diwali celebration

New York City's World Trade Center lights up for its first Diwali celebration

People celebrate Diwali by lighting little earthen oil lamps to mark the victory of light over darkness.

What the holiday signifies

Diwali, or Deepawali, gets its name from the Sanskrit word deepavali , which means "row of clay lamps." Many people in India will light these lamps outside their homes to symbolize the inner light that protects them from spiritual darkness, in tune with a holiday that is an ode to the triumph of good over evil.

Hindu celebrations center on the return of Rama and Sita, two deities, to Ayodhya, an ancient city in India, after being exiled. Sikhs, Jains and even Buddhists have their own lore surrounding the holiday — you can read about it here .

diwali presentation in hindi

People light oil lamps on the eve of Diwali at the Akshardham Hindu temple in Gandhinagar, India, on Wednesday. Sam Panthaky/AFP via Getty Images hide caption

People light oil lamps on the eve of Diwali at the Akshardham Hindu temple in Gandhinagar, India, on Wednesday.

The holiday overlaps with the Hindu New Year and as a result is associated with a chance to reset and start anew.

The course of the five days includes cleaning house, buying new furnishings and exchanging gifts with loved ones . It also centers on traditions such as buying new kitchen utensils to help bring good fortune , as well as other practices to attract the goodwill of spirits.

India pledges net-zero emissions by 2070 — but also wants to expand coal mining

The COP26 summit

India pledges net-zero emissions by 2070 — but also wants to expand coal mining, what the festivities look like in india.

In the northern Indian temple town of Ayodhya, authorities lit about a million such lamps along the banks of a river.

diwali presentation in hindi

People light earthen lamps on the banks of the river Sarayu during Deepotsav celebrations on the eve of the Hindu festival of Diwali in Ayodhya. Sanjay Kanojia/AFP via Getty Images hide caption

People light earthen lamps on the banks of the river Sarayu during Deepotsav celebrations on the eve of the Hindu festival of Diwali in Ayodhya.

Ayodhya is believed to be the birthplace of the Hindu god Lord Ram, and Diwali is said to be the day he returned home after defeating a demon.

Across India, celebrations include fireworks and devotional music.

diwali presentation in hindi

Laborers transport an idol of the Hindu goddess Kali to a place of worship on the eve of Diwali at Kumortuli, the traditional potters' quarter in northern Kolkata, on Wednesday. Dibyangshu Sarkar/AFP via Getty Images hide caption

Laborers transport an idol of the Hindu goddess Kali to a place of worship on the eve of Diwali at Kumortuli, the traditional potters' quarter in northern Kolkata, on Wednesday.

But amid the festivities, there are also concerns about air pollution caused by Diwali firecrackers.

Already, pollution in the capital, New Delhi, has risen to its worst this season.

diwali presentation in hindi

Visitors walk along the Raisina Hills at Rajpath amid smoggy conditions in New Delhi on Thursday. Sajjad Hussain/AFP via Getty Images hide caption

Visitors walk along the Raisina Hills at Rajpath amid smoggy conditions in New Delhi on Thursday.

More than 1 billion Hindus observe Diwali worldwide. NPR's Sushmita Pathak and Michael Zamora provided this video report:

Credit: NPR

Sushmita Pathak reported from Mumbai; Manuela López Restrepo is based in Brooklyn, N.Y.

Separate versions of this story appeared on the Morning Edition live blog .

  • Hindu festival

IMAGES

  1. Full 4K Collection: Over 999+ Stunning Happy Diwali Images in Hindi

    diwali presentation in hindi

  2. Diwali Ki Shubhkamana Hindi Poster Stock Illustration

    diwali presentation in hindi

  3. 🔥 Diwali Wishes In Hindi Download free

    diwali presentation in hindi

  4. Happy Diwali Messages in hindi , Quotes , wishes , sayings

    diwali presentation in hindi

  5. Premium Vector

    diwali presentation in hindi

  6. Diwali Wishes In Hindi: दिवाली की शुभकामनाएं संदेश...!

    diwali presentation in hindi

COMMENTS

  1. दिवाली पर निबंध (Essay on Diwali in Hindi)

    दिवाली पर निबंध (Essay on Diwali in Hindi) - दिवाली पर हिंदी में निबंध लिखने की प्रक्रिया की जानकारी आप इस लेख में दिए गए दिवाली पर नमूने निबंध के माध्यम से प्राप्त कर ...

  2. दीपावली

    दीपावली (संस्कृत: दीपावलिः = दीप + आवलिः = पंक्ति, अर्थात् पंक्ति में रखे हुए दीपक) शरदृतु (उत्तरी गोलार्ध) में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला एक पौराणिक सनातन ...

  3. दिवाली का इतिहास, अर्थ, महत्व एवं महत्वपूर्ण जानकारी

    दिवाली का महत्व. यह त्योहार धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण होता है। इसे प्रकाश के त्योहार के रूप में भी जाना जाता ...

  4. दिवाली पर भाषण हिंदी में

    दिवाली पर भाषण इन हिंदी - diwali speech in hindi for class 3, 500 शब्दों में बड़ा भाषण, 150 शब्दों में छोटा भाषण यहां पढ़ें और अपने विचारों को प्रकट करें!

  5. दिवाली के 5 दिन का महत्व

    हनुमान चालीसा नवदुर्गा / माँ दुर्गा के 9 नाम देवी कवचम / Durga Kavach in Hindi ललिता सहस्त्रनाम गायत्री मंत्र देवी के ५१ शक्ती पीठ / 51 Shakti Peeth चार धाम ...

  6. दिवाली का महत्व क्यों मनाते हैं Importance Of Diwali Festival In Hindi

    November 10, 2023 Kanaram siyol Diwali. दिवाली का महत्व क्यों मनाते हैं Importance Of Diwali Festival In Hindi: दीपावली हिन्दुओं का महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक हैं जिन्हें ...

  7. दीपावली पर हिन्दी निबंध

    समय और आकाश अनंत हैं| रेत के कणों को गिन नहीं सकते| इस ब्रह्माण्ड में अनगिनत अणु-परमाणु हैं व अनगिनत तारे और आकाशगंगा हैं| दिवाली | Diwali in Hindi | About Diwali in Hindi | Diwali information ...

  8. दिवाली पर निबंध

    दिवाली का त्यौहार हर साल अक्टूबर या नवम्बर माह में आता है।. इस दिन पूरे भारत को दुल्हन की तरह सजाया जाता है।. दीवाली की शाम भगवान ...

  9. दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi (1000W)

    प्रस्तावना (दिवाली पर निबंध Essay on Diwali in Hindi) प्रतिवर्ष कार्तिक मास के अमावस के दिन हिंदू समाज में दिवाली का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है ...

  10. Diwali Speech in Hindi

    1 मिनट में Diwali Speech in Hindi इस प्रकार हैः. दिवाली यानी दीपोत्सव पर अंधकार पर प्रकाश की जीत का जश्न मनाया जाता है। दीप दान उत्सव और दिवाली ...

  11. दीपावली पर निबंध कक्षा 4 के विद्यार्थियों के लिए: दिवाली का महत्व और

    दीपावली पर निबंध कक्षा 4 Essay on Diwali Hindi for Class Four. दीपावली जिसे दीपों का त्यौहार या रोशनी का त्यौहार कहा जाता है, जो की यह दीपावली शरद ऋतू के कार्तिक महीने के ...

  12. Diwali PowerPoint English/Hindi (Teacher-Made)

    A lovely PowerPoint presentation featuring key information about the Hindu festival Diwali. Twinkl India English Speaking Schools Primary Stage Age 6 - 8 EVS Festivals and Cultural Celebrations. hindi powerpoint hindi varnmala worksheet hindi flashcards hindi deepavali diwali ks2. diwali the diwali story of rama and sita hindu dharma.

  13. Diwali Story in Hindi: जानिए क्यों मनाई जाती है दिवाली?

    Diwali Story in Hindi जानने के बाद अब यह जानते हैं कि दुनिया के वो टॉप 5 देश कौनसे हैं जहां बड़े जोर-शोर से दिवाली मनाई जाती है, जो इस प्रकार हैं:

  14. Diwali ppt

    [SUBSCRIBE AND DOWNLOAD FOR FREE]: https://docs.google.com/presentation/d/1ginw9YggE13_Fp-btCfpwtiTJC9U67dj/edit#slide=id.p1learn about the most popular fest...

  15. Diwali

    Some celebrate Diwali as a commemoration of the marriage of Lakshmi and Vishnu, while others observe it as the birthday of Lakshmi. Rangoli for Diwali. Lines and lamps joining together in a rangoli for Diwali, the festival of lights. During the festival, diya s are lit and placed in rows along the parapets of temples and houses and set adrift ...

  16. Diwali—Festival of Lights

    In India, one of the most significant festivals is Diwali, or the Festival of Lights. It's a five-day celebration that includes good food, fireworks, colored sand, and special candles and lamps. Hindus interpret the Diwali story based upon where they live. But there's one common theme no matter where people celebrate: the victory of good over evil.

  17. Diwali: A Festival of Lights

    Features of this template. Contains easy-to-edit graphics such as graphs, maps, tables, timelines and mockups. Includes 500+ icons and Flaticon's extension for customizing your slides. Designed to be used in Google Slides, Canva, and Microsoft PowerPoint. 16:9 widescreen format suitable for all types of screens.

  18. Diwali Google Slides theme & PowerPoint template

    Free Google Slides theme, PowerPoint template, and Canva presentation template. This new editable theme is based on the Hindu festival of lights, also known as Diwali. In addition to purple backgrounds and a nice typeface, you'll find a good amount of decorative illustrations inspired by this celebration. If your target audience doesn't ...

  19. दिवाली 2024: शुभ मुहूर्त का समय, पूजा विधि, कैसे मनायें?

    दिवाली 2024 शुभ मुहूर्त का समय (Diwali 2024, Dates and Time, Shubh Muhurat in Hindi):- दीवाली (Diwali 2024) और दीपावली रोशनी का त्योहार भारत का सबसे प्रसिद्ध और सभी त्योहारों में सबसे अच्छा और शुभ ...

  20. Celebrating Diwali Worldwide

    Celebrating Diwali Worldwide Presentation . Multi-purpose . Free Google Slides theme, PowerPoint template, and Canva presentation template . Diwali, also known as the Festival of Lights, is one of the most widely celebrated festivals in India and around the world. This festival is a time for people to come together and celebrate the triumph of ...

  21. Here's how India is celebrating Diwali

    What the holiday signifies. Diwali, or Deepawali, gets its name from the Sanskrit word deepavali, which means "row of clay lamps." Many people in India will light these lamps outside their homes ...

  22. Global Premiers plan presentation in Hindi New Update Today

    LIKE | COMMENT | SHARE | SUBSCRIBEJoin for Free - https://invite.globalpremiers.com/?ref=kashikahanJoin for Free - https://invite.globalpremiers.com/?ref=tec...

  23. Best of Luck Nikki

    Best of Luck Nikki is an Indian sitcom that originally aired on Disney Channel India from April 3, 2011, to April 16, 2016. [1] The series is an adaptation of the American series Good Luck Charlie, with a similar plot. [2] [3]The series was created by Phil Baker and Drew Vaupen, who aimed to create a program that would appeal to all family members rather than simply to children and teens.